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वाजिया घिउं
वाजिया घिउं
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बाई मानी घडींधी वी वाजियॅ घिउंजी
ने, मिठास भिरधीं वी वाजियॅ घिउंजी
सीरोॅ, लपई, गोडपापडी लडूला डारा
बुसकार अचींधी वी वाजियॅ घिउंजी
घणें बाचका भरया हूंधा वा हटतें
चकीते पीसाई थींधी वी वाजियॅ धिउंजी
जुवार, बाजर, रतड, रता वाजिया
खाणपीणी हूंधी वी वाजियॅ घिउंजी
‘केतु’,डॅसी गुड,घॅ भॅरी भनें मिठाइयूं
बरूंकाई डिसांधी वी वाजियॅ घिउंजी.
केतना छेडा ‘केतु’
लियार जी
*ने भतार 🍱भेगी डुंगरी जी पाळ,🧅*
*माटीजी थधी मखण वारी छाय,*
*डॅसी हॅनिके मठी भोख लगी आय.*
*तराजी पार मथा….थधो वा वेठो वाय,*
*माडी जे हथजी मानी निरांते खाय,*
*नॅमजी🌳 छाई में लाट नॅधंरजा😴 झोकां खाय,*
*उठी ने पोय खीर वारी खपॅ कडक चाय.☕*
*समये संभरे हि डीं अना भोलाणुं नाय,*
*नर चे हॅडी गामडेजी मझा शेर मॅ नाय.*
मनमें भरी
मनमें भरी
हलनेंप्यो त मिडे
ई जॅर आय
सोणी नें कढी विजे
त लीलालॅर आय
– वसंत मारू… चीआसर
जुको पारखू आय
इनजे वखाण थी
संभारी नें हलज
जुको पारखू आय
इनजे मोन थी तूं
वसंत धिरजी हलज
– वसंत मारू… चीआसर
घणें…अईं
धरध मिंज तां
खुसीयूं बारा घणें अईं
फिटी पिईयूं वाटूं
तॉय टारा घणें अईं
मुंजधल मुंजे पॅआ
मजधार विचमें
पुजणूं वे पार तेंला
आरा घणें अईं
कांसाईयें जी वस्तीमें
हूंधो चुण डींधल
हित जाडें तें पखीयें
जा मारा घणें अईं
अंधारीयें में उली व्यो
चंधर तॉय कुरो
निंढा अभ तें चमकधल
तारा घणें अईं
धोंखो कॅडो घुची वेओ
घा हिकडो तेंजो
ही रांध आय ईनमें तां
वारा घणें अईं
भुछें सें भरॅली
सजी धुनीयां *’कसभी’*
अञां गोते लजों तां
माडू सारा घणें अईं
🔹हरेश दरजी ‘कसभी’
नलीया कच्छ
नये वरेजी वधायुं.साल मुबारक! सुभ डियारी ! मिणींके डियारी जी हार्दिक सुभेच्छाउं
जोतथी डीयो,
डीयेथी डीयारी
डीयारीथी आत्मा तंई,
हेज हुंभ पिरगटे,
थियॅ मिणीजो सुभ मंगल,
अंतरमनजो अंधीयारो मिटॅ
पिरगटे ग्यान जोत.
मिणी के डीयारी ज्यूं सुभकामनाऊं
सुभ नवरात्री २०२२ ! Shubh Navratri 2022
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम: ||
Mata je madh ja Live darshan 2022 (www.matanamadh.org)
https://youtu.be/I-lerKHDduE
या देवी सर्वभेतेषु चेतनेत्यभिधीयते। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
या देवी सर्वभूतेषु बुद्धिरूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
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