सीम सेड़े बावरीयो उभो,
कंढेधार बावरीयो उभो,
रजोटी जॅड़े पीरें फूलड़े,
खबरदार बावरीयो उभो !
बकरी नेढू पन चलरेंती,
कीड़ी माकुड़ीअें ह़ार हलेंती,
गूंध जिवे प्यो घाटो थुड़में,
घटाधार बावरीयो ऊभो ! .. सीम…
सोटीयुं ईनज्युं लम्युं लम्युं,
डनणला ई गमयुं गमयु,
गरीभ गुरबें बायणला कर,
वफादार बावरीयो ऊभो ! ..सीम…
कितक तराजी पार उभो ,
कितक गस, गडावट ऊभो,
वाडी भगीचें मों न विजे,
चॉकीधार बावरीयो ऊभो ! ..सीम…
मों पची पोंधे पन चबीजा ,
सेड़े कंढारी वाड़ राखीजा,
बावर खासो त मिंजा वासो,
कच्छ आधार बावरीयो ऊभो
कंढेधार बावरीयो उभो,
रजोटी जॅड़े पीरें फूलड़े,
खबरदार बावरीयो उभो !
बकरी नेढू पन चलरेंती,
कीड़ी माकुड़ीअें ह़ार हलेंती,
गूंध जिवे प्यो घाटो थुड़में,
घटाधार बावरीयो ऊभो ! .. सीम…
सोटीयुं ईनज्युं लम्युं लम्युं,
डनणला ई गमयुं गमयु,
गरीभ गुरबें बायणला कर,
वफादार बावरीयो ऊभो ! ..सीम…
कितक तराजी पार उभो ,
कितक गस, गडावट ऊभो,
वाडी भगीचें मों न विजे,
चॉकीधार बावरीयो ऊभो ! ..सीम…
मों पची पोंधे पन चबीजा ,
सेड़े कंढारी वाड़ राखीजा,
बावर खासो त मिंजा वासो,
कच्छ आधार बावरीयो ऊभो
: आईदान खीमकरण गढवी “देवी पुत्र”