समो जी वाट नॅर
सचाईके तूं कॅनी
जिध म कर
सचो थींधो कभूल
समो जी वाट नॅर
– वसंत मारू…चीआसर
कितक बेंजी खामी नॅरणी
कितक कॅंजो खोटो सुणणूं
ईज त आय वसंत पिंढके
खोटी वाट ते पग के मंढणूं
– वसंत मारू…चीआसर
गिञ
***
जिंधगी मिलई अय जिरा खिली गिञ,
हुंभ ने हिंयारीसें मिणीसें मिली गिञ.
कॅरक उतार-चड प अचींधा वाटमें,
जीवन भगीचेमें जिरा टिली गिञ.
सितारा अभमें जबकेंता कॅडा ,
इनी वारेजीं कॅरक तूं प खिरी गिञ .
परिवार मिल्यो आय निसीभें मिठडो,
प्रेम वांटीने मिणीसें हिलीमिली गिञ.
रात कारी-ऊजारी अचॅती रोजरोज,
सिज खणी पिरॉ छिलॅती तूं प छिली गिञ.
भानुबेन सावला
नये वरेजी वधायुं.साल मुबारक! सुभ डियारी ! मिणींके डियारी जी हार्दिक सुभेच्छाउं

जोतथी डीयो,
डीयेथी डीयारी
डीयारीथी आत्मा तंई,
हेज हुंभ पिरगटे,
थियॅ मिणीजो सुभ मंगल,
अंतरमनजो अंधीयारो मिटॅ
पिरगटे ग्यान जोत.
मिणी के डीयारी ज्यूं सुभकामनाऊं
सुभ नवरात्री २०२२ ! Shubh Navratri 2022

नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम: ||
Mata je madh ja Live darshan 2022 (www.matanamadh.org)
https://youtu.be/I-lerKHDduE
या देवी सर्वभेतेषु चेतनेत्यभिधीयते। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
या देवी सर्वभूतेषु बुद्धिरूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
या देवी सर्वभूतेषु निद्रारूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
या देवी सर्वभूतेषु क्षुधारूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
या देवी सर्वभूतेषु छायारूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
या देवी सर्वभूतेषु शक्ति रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
या देवी सर्वभूतेषु तृष्णारूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
या देवी सर्वभूतेषु क्षान्तिरूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
या देवी सर्वभूतेषु जातिरूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
या देवी सर्वभूतेषु लज्जारूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
या देवी सर्वभूतेषु शान्तिरूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
यादेवी सर्वभूतेषु श्रद्धारूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
या देवी सर्वभूतेषु कान्तिरूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
या देवी सर्वभूतेषु लक्ष्मीरूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
या देवी सर्वभूतेषु वृत्तिरूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
या देवी सर्वभूतेषु स्मृतिरूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
या देवी सर्वभूतेषु दयारूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
या देवी सर्वभूतेषु तुष्टिरूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
या देवी सर्वभूतेषु मातृरूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
—————————-
http://idiva.com/photogallery-ifood/12-vrat-special-recipes-to-prep-for-navratri/32381
धवा गिञेथी…
*****
धवा गिञेथी
काया जी कुसराई
भजी विञेती
संत जे सत्संग थी
मन जी कुसराई
: वसंत मारू…चीआसर
***************************
विगर खाधे काया नती हलॅ
त खासो खा
विगर कोछे वॅवार नतो हलॅ
त खासो कोछ
: वसंत मारू…चीआसर